सीएनएन से रिपोर्ट के अनुसार, कल पहले दौर के मतदान में काला धुआँ निकला था, जो नए पोप के चयन न होने का संकेत था। आज मतदान जारी रहा।
कैथोलिक चर्च के कार्डिनल्स ने आज वेटिकन में नए पोप के चयन की ऐतिहासिक प्रक्रिया शुरू की। यह चुनाव 133 मतदान करने वाले कार्डिनल्स के बीच गहरे मतभेदों के कारण दुनिया के कैथोलिक नेतृत्व के लिए सबसे जटिल और अप्रत्याशित माना जा रहा है।
250 से अधिक कार्डिनल्स में से केवल 133 ही 80 साल से कम उम्र के थे, जो मतदान के योग्य थे। ये यूरोप, एशिया, अफ्रीका, अमेरिका और ओशिनिया के प्रतिनिधि थे। मतदान तब तक जारी रहा जब तक किसी एक उम्मीदवार को दो-तिहाई से अधिक वोट (कम से कम 89 वोट) नहीं मिल गए।
मतदान गोपनीय तरीके से हुआ, और प्रत्येक दौर के बाद मतपत्रों को एक विशेष भट्टी में जलाया गया। काला धुआँ असहमति का संकेत देता है, जबकि सफेद धुआँ नए पोप के चयन का प्रतीक है। सेंट पीटर स्क्वायर में हजारों ईसाई इस संकेत का इंतजार कर रहे थे।
आखिरकार आज सिस्टिन चैपल से सफेद धुआँ निकलते देखा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कार्डिनल प्रोटोडेकन डोमिनिक मंबर्टी जल्द ही सेंट पीटर बेसिलिका के बालकनी पर प्रकट होंगे और लैटिन में घोषणा करेंगे "हबेमस पापम"* (हमारे पास एक पोप है)। वे यह भी घोषित करेंगे कि नए पोप कौन हैं और उन्होंने कौन सा नाम चुना है।
सीएनएन ने बताया कि अमेरिकी कार्डिनल रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को नए पोप के रूप में चुना गया है।
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